अमरकांत
अमरकांत | |
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बूगु | श्रीराम 1 जुलाई सन् 1925 उत्तर प्रदेशया बलिया जिल्लाया नगारा गाँ |
मदूगु | 17 फेब्रुवरी 2014 | (आयु 88)
च्वसा नां | श्रीराम लाल, अमरनाथ |
ज्या | बाखँमि, उपन्यासकार |
नांजाःगु सिरपा | 2007:साहित्य अकादमी पुरस्कार : भारतीय ज्ञानपीठ |
अमरकांत छम्ह नांजाम्ह हिन्दी साहित्यकार खः।
कृति
[सम्पादन]बाखँमुना
[सम्पादन]1. ‘जिंदगी और जोंक’
2. ‘देश के लोग’
3. ‘मौत का नगर’
4. ‘मित्र मिलन तथा अन्य कहानियाँ’
5. ‘कुहासा’
6. ‘तूफान’
7. ‘कला प्रेमी’
8. ‘प्रतिनिधि कहानियाँ’
9. ‘दस प्रतिनिधि कहानियाँ’
10. ‘एक धनी व्यक्ति का बयान’
11. ‘सुख और दुःख के साथ’
12. ‘जांच और बच्चे’
13. ‘अमरकांत की सम्पूर्ण कहानियाँ’ (निगु खन्दय् )
14. ‘औरत का क्रोध’ ।
उपन्यास
[सम्पादन]1. ‘सूखा पत्ता’
2. ‘काले-उजले दिन’
3. ‘कंटीली रह के फूल’
4. ‘ग्राम सेविका’
5. ‘पराई डाल का पंछी’ बाद में ‘सुखजीवी’ नाम से प्रकाशित
6. ‘बीच की दीवार’
7. ‘सुन्नर पांडे की पतोह’
8. ‘आकाश पक्षी’
9. ‘इन्हीं हथियारों से’
10. ‘विदा की रात’
11. लहरें ।
संस्मरण
[सम्पादन]1. कुछ यादें, कुछ बातें
2. दोस्ती ।
मचा साहित्य
[सम्पादन]1. ‘नेऊर भाई’
2. ‘वानर सेना’
3. ‘खूँटा में दाल है’
4. ‘सुग्गी चाची का गाँव’
5. ‘झगरू लाल का फैसला’
6. ‘एक स्त्री का सफर’
7. ‘मँगरी’
8. ‘बाबू का फैसला’
9. दो हिम्मती बच्चे ।